भारत में गणतंत्र दिवस के कुछ दिनों पहले ही नई दिल्ली में बहुत बड़े परिवर्तन किए किए जाएंगे आपको बता दें कि नेता सुभाष चंद्र बोस जी की मूर्ति दिल्ली गेट के पास स्थापित की जाएगी और अमर जवान ज्योति जो वहां जल रही थी उसे नेशनल वार मेमोरियल में मर्ज कर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि सुभाष चंद्र बोस की फैमिली ने स्टैचू आफ सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति के लिए भारत सरकार से अनुरोध किया था जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या फैसला लिया है, कि इंडिया गेट के पास जहां पहले किंग जॉर्ज का स्टेचू था वह भारत स्वतंत्र होने के पश्चात 1968 में हटाया गया तब से उस उस स्थान की जगह पर किसी की भी मूर्ति स्थापित नहीं हुई। इसी के स्थान पर सुभाष चंद्र बोस जी के पोते के अनुरोध पर नरेंद्र मोदी जी ने फैसला लिया है कि उस स्थान पर स्टेचू ऑफ सुभाष चंद्र बोस जी मूर्ति स्थापित की जाए।
स्टैचू ऑफ सुभाष चंद्र बोस
नेता सुभाष चंद्र बोस जी की मूर्ति ग्रेनाइट की बनाई जाएगी तथा यह इंडिया गेट के पास ही स्थापित की जाएगी। अभी मूर्ति बनाने में समय लगेगा तब तक नेता जी की मूर्ति का एक होलोग्राम स्थापित किया जाएगा, ताकि गणतंत्र दिवस पर हम सुभाष चंद्र बोस जी का जो योगदान इंडिया की स्वतंत्रता मेरा रहा उसे हम याद करें।
इस चित्र में आप देख रहे होंगे की इंडिया गेट के सामने एक मंदिर जैसी आकृति दिखाई दे रहा होगा उसी के बीचो बीच नेता सुभाष चंद्र बोस जी की मूर्ति स्थापित की जाएगी। जोकि ग्रेनाइट की बनी होगी। मूर्ति को बनने में काफी समय लगेगा तब तक उसमें नेताजी की मूर्ति का होलोग्राम प्रदर्शित होगा।
अमर जवान ज्योति Amar Jawan Jyoti
आपको बता दें कि अमर जवान ज्योति को हटाया नहीं गया है इसे नेशनल वार मेमोरियल मेल मर्ज कर दिया गया है पहले इंडिया गेट के नीचे स्थित अमर जवान ज्योति जो कि 1970 युद्ध के बाद स्थापित की गई थी। उसे अब केवल हस्तांतरित कर दिया गया है। अब यह नेशनल वर मेमोरियल में मर्ज कर दिया गया है। पहले दो मसाले थी जो एक अमर जवान ज्योति मे जलती थी तथा दूसरी नेशनल वार मेमोरियल में अब दोनों को जोड़कर सिंगल कर दिया गया है।
नेशनल वार मेमोरियल National War Memorial
नेशनल वर मेमोरियल वह स्थान है जहां भारत के शहीद जवानों के नाम लिखे हुए हैं । यह भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। इंडिया गेट के आगे वर्गाकार आकृति के रूप में बना हुआ है।