UPTET/CTET EXAM: Memory And Forgetting Notes

स्मृति तथा विस्मृति (MEMORY AND FORGETTING)

अर्थ एवं परिभाषा :-(Meaning & Definition)

स्मृति एक सामान्य पद है ,जिसमें भूतकाल की अनुभूतियां एकत्रित रहती हैं ।जनसाधारण में मोबाइल में पढ़ने वाली मेमोरी कार्ड से स्मृति का अर्थ और स्पष्ट हो जाता है। मेमोरी कार्ड में बहुत सी ऑडियो ,वीडियो क्लिप को संग्रहित किया जाता है मेमोरी कार्ड की अपनी निर्धारित संग्रह क्षमता होती है। 
मानव स्मृति भी क्षमता सीमित होती है 
UPTET/CTET EXAM: Memory And Forgetting Notes

इसके 2 पक्ष होते हैं :- 
सकारात्मक पक्ष जिसे हम स्मरण
तथा नकारात्मक पक्ष जिसे हम विस्मरण कहते हैं 
वुडवर्थ के अनुसार :- 
“पहले सीखी जा चुकी बात का स्मरण करना ही स्मृति है।”
स्टाउट के अनुसार :-
“स्मृति एक आदर्श पुनरावृत्ति है।”
रायबर्न के अनुसार :-
“अपने अनुभवों को अपने संचित रखने और उनको प्राप्त करने के कूछ समय बाद समय बाद चेतना के क्षेत्र में लाने की जो शक्ति हमें होती है उसी को स्मृति कहते हैं।”
स्मृति के अंग :- Factors of memory

1.सीखना या अधिगम Learning
2.धारण  Retention
3.पुनः स्मरण  Recall
4.पहचान Recognition

अच्छी स्मृति की विशेषताएं :- Characteristics of good memory


➢शीघ्र सीखना या अधिगम 
➢उत्तम धरण शक्ति 
➢शीघ्र पुनः स्मरण
➢शीघ्र स्पष्ट पहचान
➢अनावश्यक बातों का विस्मरण

स्मृति के प्रकार :-Tpyes of memory

स्थाई स्मृति :- जब बालक को याद की हुई बातें बहुत समय तक याद रहती हैं
सक्रिय स्मृति :- इसमें इच्छा पूर्वक प्रयास करके पूर्व अनुभव एवं याद किए हुए तथ्यों का पुनः स्मरण करते हैं ।
निष्क्रिय स्मृति :- जब पूर्व अनुभव या याद की गई बातों का बिना प्रयास के अनायास पुनः स्मरण कर लेते हैं।
तार्किक स्मृति :-जब बालक किसी विषय वस्तु को सोच समझकर या तर्क करके सीख लेता है ।
शारीरिक स्मृति :-
वास्तविक स्मृति :-
तत्कालिक स्मृति :-
व्यक्तिगत स्मृति :-

विस्मृति या विस्मरण (Forgetting)

अर्थ एवं परिभाषा :-Meaning & Definition

यह एक मानसिक प्रक्रिया है सीखने के बाद जैसे-जैसे समय व्यतीत होता है स्मृति चिन्ह ढूंढने पड़ते जाते हैं और हम भूल जाते हैं सीखी हुई बात को धारण या पुनः स्मरण करने में असफल होना ही विस्मृति है।
मन के अनुसार :-
“सीखी हुई बातों को धारण करने या पुनः स्मरण करने की असफलता को विस्मृति कहते हैं।”
ड्रेंवर के अनुसार :-
“स्मृति का अर्थ है -किसी समय प्रयास करने पर भी किसी पूर्व अनुभव का स्मरण करने या पहले सीखी हुई किसी क्रिया को करने में असफलता” ।
विस्मरण के कारण :-Causes of forgetting
सैद्धांतिक कारण theoretical causes
सामान्य कारण general cause

विस्मृति के सैद्धांतिक कारण निम्न है।

अनाभ्यास का सिद्धांत :-
इस सिद्धांत के समर्थक एविंगहॉर्स है । जब सीखी हुई विषय सामग्री को बहुत दिनों तक प्रयोग में नहीं लाया जाता या उसका अभ्यास नहीं किया जाता तो वह भुलने लगती है।
दमन का सिद्धांत :-
इस सिद्धांत के प्रतिपादक मनोविश्लेषणवादी फ्रायड है
इनके अनुसार व्यक्ति को अपने जीवन काल में जो दुखद और अपनी अनुभव होते हैं उन्हें वह स्वेच्छा पूर्वक पुनः स्मरण नहीं करना चाहता इस प्रकार पीड़ादायक अनुभव चेतन मन में दलित होकर विस्मृत हो जाते हैं।
बाधा का सिद्धांत :-
इस सिद्धांत का प्रतिपादन गूलर , गुडवर्थ और पिल्जेकर आदि मनोवैज्ञानिकों ने किया है। इनके मतानुसार यदि सीखने और पुनः स्मरण के बीच कोई अन्य क्रिया की जाती है तो वह पहले सीखी हुई विषय सामग्री में पुनः स्मरण में बाधा या रुकावट पहुंचाती है।

विस्मृति के सामान्य कारण :-

➢विषय सामग्री का स्वरूप 
➢सीखने की मात्रा 
➢सीखने की दोषपूर्ण विधि 
➢रुचि और ध्यान का अभाव 
➢पुनरावृति का अभव 
➢मस्तिष्क की चोट
➢मानसिक आघात
➢मानसिक द्वंद 
➢मादक वस्तुओं का सेवन 
➢मानसिक रोग
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