हाल ही में फिलिपिंस ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के साथ $374 मिलियन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह भारत द्वारा पहला सबसे बड़ा सैन्य निर्यात होने वाला है। फिलिपिंस इसे अपनी तक रक्षा के लिए नौसेना को देगी। यह एक एंटी शिप मिसाइल होगी।
एंटी शिप मिसाइल एक निर्देशित मिसाइल होती है जिसे जहाज और बड़ी ना वो के खिलाफ उपयोग में लाया जा सकता है।
ब्रह्मोस मिसाइल क्या है, ब्रह्मोस मिसाइल के प्रकार
ब्रह्मोस एक मध्यम दूरी की रैमजेट इंजन पर आधारित अत्याधुनिक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। जिसे पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या जमीन से लांच किया जा सकता है। इसमें प्रयुक्त रैमजेट इंजन जेट इंजन का ही अपग्रेडेड वर्जन होता है, जबकि जेट इंजन की खास बात यह होती है कि इसमें ईंधन और ऑक्सिडाइजर को साथ-साथ रखा जाता है।
ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता
ब्रह्मोस मिसाइल क्रूज मिसाइल है। ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की मारक क्षमता 1000 किलोमीटर से कम होती है। ब्रह्मोस मिसाइल और उसके एनपीओ माशिनोस्ट्रोथेनिया और डीआरडीओ के बीच एक संयुक्त उद्यम है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड द्वारा बनाई जाती है।
ब्रह्मोस मिसाइल का नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी तथा रूस की मस्कावा नदी के नामों से मिलकर हुई है
ब्रह्मोस मिसाइल को लगभग $300 मिलियन के कम बजट में विकसित किया गया है। इस मिसाइल की मारक क्षमता 290 किलोमीटर है। यह विशेष रूप से दुनिया की सबसे तेज सुपर सोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है। सुपर सोनिक क्रूज मिसाइल की गति को बताता है। यह ध्वनि की चाल से 5 गुना अधिक तक की चाल को सुपर सोनिक चाल कहते हैं।
आप को बता दें इसकी स्पीड इतनी अधिक होने के कारण इस मिसाइल की रेंज इतनी कम क्यों है क्योंकि यह मिसाइल ‘मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था’ (MTCR) की शर्तों पर आधारित है।
MTCR क्या है-
MTCR एक बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्था है। यह 35 सदस्य देशों के बीच एक अनौपचारिक राजनीतिक समझ है। जो मिसाइलों और मिसाइल प्रौद्योगिकी के प्रसार को सीमित करना चाहते हैं। इसका गठन 1987 में G-7 औद्योगिक देशों द्वारा किया गया था। MTCR वस्तुओं और प्रौद्योगिकी के निर्यात को नियंत्रित करके सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार के जोखिम को सीमित करता है।
इसलिए एमटीसीआर 30 किलोमीटर की या इससे अधिक की रेंज 500 किमी या इससे अधिक वाहन क्षमता वाले सक्षम राकेट और मानवरहित हवाई वाहनों पर विशेष ध्यान केंद्रित करता है। इसके साथ यह उपकरण सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकी पर भी विशेष ध्यान देता है।
ब्रह्मोस के निर्यात देशों सूची
ब्रह्मोस के निर्यात सूची में यूएई, सऊदी, अरब दक्षिण अमेरिका के देश- ब्राजील चिली, अर्जेंटीना और दक्षिण अफ्रीका का नाम शामिल है। इसके साथ आसियान देशों के सदस्य देशों में इंडोनेशिया, वियतनाम, थाईलैंड, मलेशिया और सिंगापुर के साथ चर्चा चल रही है।
फिलिपिंस के साथ समझौता ने भारत के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट तथा आत्मनिर्भर भारत जैसे प्रोजेक्ट को बढ़ावा दिया है भारत जहां अब तक विश्व के दूसरे देशों से रक्षा उपकरणों का आयात करता था अब यह विश्व के रक्षा उपकरणों के निर्यातक देशों की सूची में भी शामिल हो गया है साथ ही साथ ही इस समझौते से भारत को चीन क खिलाफ कूटनीतिक बढ़त भी हासिल की।