Upsssc ग्राम पंचायत अधिकारी पाठ्यक्रम
ग्राम पंचायत अधिकारी के रिक्त पदों पर चने का रूप लिखित परीक्षा की परीक्षा योजना एवं पाठ्यक्रम यूपी ट्रिपल एससी आयोग द्वारा जारी कर दिया गया है। जिसमें लिखित परीक्षा एक पाली की होगी जिसमें प्रश्नों की कुल संख्या 100 तथा समयवाद दो घंटा होगी। परीक्षा के प्रश्न वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। लिखित परीक्षा हेतु ऋणात्मक अंक (निगेटिव मार्किंग) दिए जाएंगे जो प्रत्येक गलत उत्तर पर उसे प्रश्न के थोड़ा अंक का 1/4 अर्थात 25% अंक होंगे।
ग्राम पंचायत अधिकारी पाठ्यक्रम 2023 (VPO SYLLABUS 2023 PDF)
परीक्षा के विषय प्रश्नों की संख्या निर्धारित कुल अंक और दिया गया समय नीचे दिए गए विवरण के अनुसार होगा।
क्रमांक | विषय | प्रश्नों की संख्या | कुल निर्धारित अंक | समयावधि |
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भाग -1 | १. पंचायतीराज व्यवस्था का इतिहास तथा उसके संबंध में संवैधानिक उपबंध(10अंक), २. पंचायतों का वर्तमान स्वरूप(10अंक), ३. पंचायतों के वित्तीय स्रोत व कार्य योजना(10अंक), ४. पंचायतीराज व्यवस्था को सशक्त करने के उपाय (5 अंक), ५. ग्रामीण विकास योजनाएं एवं कार्यक्रम (उत्तर प्रदेश के परिप्रेक्ष्य में) (20 अंक), ६. ग्राम पंचायत अधिकारियों की ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में भूमिका (10 अंक) |
65 | 65 | |
भाग-2 | कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी की अवधारणाओं एवं इस क्षेत्र में समसामयिक प्रौद्योगिकी विकास एवं नवाचार का ज्ञान | 15 | 15 | |
भाघ-3 | उत्तर प्रदेश राज्य से संबंधित सामान्य जानकारी | 20 | 20 | |
योग | 100 | 100 | 120 मिनट (2 घंटे) |
लदध
नोट-
उपयुक्त परीक्षा हेतु प्रत्येक गलत उत्तर के लिए नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान है जो प्रश्न पत्र निर्धारित अंक का 25% होगी।
ग्राम पंचायत अधिकारी (vdovpo) पाठ्यक्रम
भाग-1
1.पंचायती राज व्यवस्था का इतिहास तथा उसके संबंध में संवैधानिक उपबंध –
परंपरागत पंचायत तथा ब्रिटिश काल की पंचायत व्यवस्था, स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद की पंचायती राज व्यवस्था, पंचायती राज व्यवस्था के सुदृष्टीकरण हेतु गठित समितियां एवं उत्तर प्रदेश पंचायती राज अधिनियम, पंचायती राज व्यवस्था का संवैधानिक आधार तथा उत्तर प्रदेश राज्य में पंचायती राज व्यवस्था संबंधी संवैधानिक उपबंध, व्यवस्थाएं एवं महत्वपूर्ण संशोधन।
2. पंचायत का वर्तमान स्वरूप (उत्तर प्रदेश राज्य के परिप्रेक्ष्य में)-
उत्तर प्रदेश राज्य में पंचायत संस्थाओं के संबंध में विधायी प्रावधान, स्वरूप व शक्तियां, पंचायत में निर्वाचन या आरक्षण की व्यवस्था, राज्य निर्वाचन आयोग की पंचायत निर्वाचन में भूमिका, ग्राम पंचायत का गठन पंचायत की समितियां, ग्राम पंचायत के अधिकार या दायित्व एवं कर्तव्य, पंचायती राज व्यवस्था, चुनौतियां एवं समाधान।
3. पंचायतों के वित्तीय स्रोत व कार्य योजना
पंचायत स्तर पर संग्रहित किए जाने वाले कर, उपकार व आय के अन्य स्रोत, राज्य वित्त आयोग की संरचना अधिकार व क्रियाकलाप, केंद्रीय वित्त आयोग और पंचायती संस्थाओं के वित्तीय सशक्तिकरण में उसकी भूमिका, सरकार की प्रदर्शन अनुदान योजना (Performance Grant Scheme) ग्राम पंचायत विकास योजना, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पंचायत के वित्तीय सशक्तिकरण हेतु उठाए गए कदम।
4. पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाने के उपाय
सिटिजन चार्टर, पंचायत सचिवालय/ ग्राम सचिवालय तथा पंचायत सहायक की भूमिका, कॉमन सर्विस सेंटर की पंचायत भवन में स्थापना, पंचायत स्तर पर जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन, पंचायत में ई गवर्नेंस की स्थापना, परिवार रजिस्टर एवं जन्म मृत्यु पंजीकरण।
5. विकास योजना एवं कार्यक्रम (उत्तर प्रदेश राज्य के परिपेक्ष में)
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (RGSA) स्वच्छ भारत मिशन एवं ग्रामीण पेयजल योजना (फेस-1 एवं फेस-2), ग्रामीण स्वास्थ्य योजनाएं, भारत सरकार पंचायती राज विभाग एवं उत्तर प्रदेश सरकार के अन्य विभागों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित योजना एवं कार्यक्रम।
6. ग्राम पंचायत अधिकारियों की ग्रामीण क्षेत्र के विकास में भूमिका
ग्राम पंचायत के सचिव के रूप में, जन्म मृत्यु पंजीकरण अधिकारी के रूप में, आदर्श ग्राम पंचायत बनाने की भूमिका,
आत्मनिर्भर ग्राम पंचायत बनाने में भूमिका।
भाग -2
कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी की अवधारणाओं एवं इस क्षेत्र में समसामयिक प्रौद्योगिकी विकास एवं नवाचार का ज्ञान
कंप्यूटर एवं सूचना तकनीकी का परिचय, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर ऑपरेटिंग सिस्टम, स्प्रेडशीट, ईमेल, सोशल नेटवर्किंग, ई- गवर्नेंस की जानकारी, डिजिटल वित्तीय उपकरण और अनुप्रयोग, इंटरनेट वर्ल्ड वाइड वेब (www) का परिचय, भविष्य के कौशल और साइबर सुरक्षा का अवलोकन, वर्ड प्रोसेसिंग के तत्व तथा कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में होने वाले तकनीकी विकास एवं नवाचार (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विवेक डाटा प्रोसेसिंग) डीप लार्निग, मशीन लर्निंग, इंटरनेट आफ थिंग्स पर आधारित तथा इस क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां।
भाग-3
उत्तर प्रदेश राज्य से संबंधित सामान्य जानकारी
उत्तर प्रदेश का विशिष्ट ज्ञान-इतिहास, संस्कृति कला, वास्तुकला, त्यौहार, लोक नृत्य, साहित्य क्षेत्रीय भाषाएं, विरासत, सामाजिक रीति रिवाज और पर्यटन भौगोलिक परिदृश्य एवं पर्यावरण प्राकृतिक संसाधन, जलवायु मिट्टी वन वन्य जीव, खान और खनिज, उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था, कृषि उद्योग, व्यवसाय और रोजगार, राज्य व्यवस्था, प्रशासन समसामयिक घटनाओं एवं विभिन्न क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश राज्य की उपलब्धियां।
AFQs-
1. क्या ग्राम पंचायत अधिकारी बनने के लिए ट्रिपल सी सर्टिफिकेट अनिवार्य है ?
Ans- हां, ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी बनने के लिए ट्रिपल सी सर्टिफिकेट अनिवार्य है।
2. ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी की सैलरी कितनी होती है।
Ans- ग्राम विकास अधिकारी की सैलरी ₹5200 से ₹20200 तक होती है।