33वां व्यास सम्मान 2023 – पुष्पा भारती को उनके संस्मरण “यादें, यादें और यादें” के लिए: व्यास सम्मान हिंदी साहित्य का सर्वोच्च सम्मान है। 2023 में, यह सम्मान हिंदी की प्रसिद्ध लेखिका पुष्पा भारती को उनके संस्मरण “यादें, यादें और यादें” के लिए प्रदान किया गया। यह पुस्तक हिंदी साहित्य के कुछ महान लेखकों के साथ उनकी व्यक्तिगत मुलाकातों और अनुभवों को दर्शाती है।
परिचय
व्यास सम्मान हिंदी साहित्य का सर्वोच्च सम्मान है। इसे वर्ष 1991 में भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा स्थापित किया गया था। यह पुरस्कार हिंदी साहित्य के किसी भी विधा में उत्कृष्ट कृति के लिए दिया जाता है।
2023 में, 33वां व्यास सम्मान 2023 हिंदी की प्रसिद्ध लेखिका पुष्पा भारती को उनके संस्मरण “यादें, यादें और यादें” के लिए प्रदान किया गया। यह पुस्तक हिंदी साहित्य के कुछ महान लेखकों के साथ उनकी व्यक्तिगत मुलाकातों और अनुभवों को दर्शाती है।
पुष्पा भारती के बारे में : 33वां व्यास सम्मान 2023
पुष्पा भारती का जन्म 1944 में उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने कई वर्षों तक पत्रकारिता में काम किया।
पुष्पा भारती ने कई पुस्तकों की रचना की है, जिनमें उपन्यास, कहानी संग्रह, संस्मरण और रेखाचित्र शामिल हैं। उनकी कुछ प्रमुख कृतियों में “शुभागता”, “ढाई आखर प्रेम के”, “सरस संवाद”, “सफर सुहाने” और “यादें, यादें और यादें” शामिल हैं।
पुष्पा भारती को उनके लेखन के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें व्यास सम्मान, साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्मश्री शामिल हैं।
पुस्तक “यादें, यादें और यादें” के बारे में
पुस्तक “यादें, यादें और यादें” हिंदी साहित्य के कुछ महान लेखकों के साथ पुष्पा भारती की व्यक्तिगत मुलाकातों और अनुभवों को दर्शाती है। इन लेखकों में माखनलाल चतुर्वेदी, अज्ञेय, महादेवी वर्मा, निराला, राही मासूम रजा, विष्णुकांत शास्त्री, कमलेश्वर, हरिवंशराय बच्चन, कवि प्रदीप और धर्मवीर भारती शामिल हैं।
पुष्पा भारती ने इन लेखकों के साथ अपनी मुलाकातों का बहुत ही जीवंत और सजीव चित्रण किया है। उन्होंने इन लेखकों के व्यक्तित्व, उनकी रचनात्मकता और उनके समय के सामाजिक-सांस्कृतिक परिदृश्य का बहुत ही मार्मिक चित्रण किया है।
व्यास सम्मान के महत्व के बारे में
व्यास सम्मान हिंदी साहित्य का सर्वोच्च सम्मान है। यह सम्मान प्राप्त करना किसी भी लेखक के लिए एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि है। यह सम्मान हिंदी साहित्य में उत्कृष्ट कृति के लिए प्रदान किया जाता है।
पुष्पा भारती को 33वां व्यास सम्मान 2023 से सम्मानित किए जाने से हिंदी साहित्य को एक बड़ी उपलब्धि मिली है। यह सम्मान पुष्पा भारती के लेखन की प्रतिभा और उनके योगदान को स्वीकार करता है।
निष्कर्ष
पुष्पा भारती को 33वां व्यास सम्मान 2023 एक बहुत ही सराहनीय निर्णय है। यह सम्मान पुष्पा भारती के लेखन की प्रतिभा और उनके योगदान को स्वीकार करता है। यह सम्मान हिंदी साहित्य के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।