थार्नाडाइक का जीवन परिचय | biography of Thorndike

इस पोस्ट में हम बात करेंगे थार्नाडाइक के बारे में जो की एक व्यवहारवादी मनोवैज्ञानिक थे। तथा बाल मनोविज्ञान में तथा अधिगम के क्षेत्र में प्रमुख योगदान रहा है। इनसे जुड़ी जानकारी के बारे में चर्चा करेंगे जो उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) और शिक्षक भर्ती परीक्षा(SUPERTET) की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है।

E.L. Thorndike

जन्म।               :   31 अगस्त 1874  

नाम।                :    ई.एल. थार्नडाइक

नागरिकता         :    संयुक्त राज्य अमेरिका

मृत्यु।                :   09 अगस्त 1949

कार्य क्षेत्र           :    टाचर्स कालेज, कोल्मबिया विश्वविद्यालय

थार्नडाईक का प्रमुख योगदान –

थार्नडाईक ने पशु व्यवहार एवं अधिगम प्रक्रिया के क्षेत्र में कार्य किया। आपने बिल्लियों कुत्तों मुर्गियों पर विभिन्न तरह के प्रयोग किये। थार्नडाईक ने पहेली बॉक्स के द्वारा प्रयोग किए थे। आपने बिल्लियों के लिए 15 बॉक्स कुत्तों के लिए 9 बाक्स तथा मुर्गियों के लिए 3 बाक्स तैयार किये।
➢  मनोवैज्ञानिक शोधों में पशुओं पर प्रयोग करने वाले प्रथम मनोवैज्ञानिक।
➢  इन्होंने SR का सिद्धांत या अधिगम का संबंध प्रतिपादित किया।
➢  इन्होंने अधिगम के क्षेत्र में तीन मुख्य तथा पांच गौण प्रकार के नियम दिये।

थार्नडाईक की पुस्तकें-

1. Educational Psychology (1903)
2. The Elementary of psychology (1905)
3. Animal Intelligence (1911)
4. The Teachers world Book (1921)
5. The Measurement of of Intelligence (1972)
6. The Psychology of want , Interestand Attitudes (1935)
7.  Introduction to the Theory of mental and social measurements (1940)
8. The Psychology of Arithmetic (1922)

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