CTet Mock Test 10 Question Psychology
1. बालकों की सोच अमूर्तता की अपेक्षा मूर्त अनुभवों एवं प्रत्तयों से होती है यह अवस्था है-
ANSWER= (A) 7 से 12 वर्ष तक
Explain:- जीन पियाजे के अनुसार बालक की 7 से 12 वर्ष की अवस्था मूर्त संक्रियात्मक अवस्था या ठोस संक्रियात्मक अवस्था होती है जिसमें बालक वस्तुओं को मूर्त रूप या उनकी अवस्था के आधार पर सरलता से मानसिक सक्रिया करके अपनी समस्या का समाधान कर लेता है।
2. पियाजे के अनुसार बालकों का चिंतन वैयस्कों से…… भिन्न होता है बजाएं…. के।
ANSWER= (C) प्रकार, मात्रा
Explain:- जीन पियाजे प्रसिद्ध बाल मनोवैज्ञानिक थे जिन्होंने बालक के बौद्धिक विकास के संदर्भ में महत्वपूर्ण शोध किए। जिन पियाजे के अनुसार बालकों का चिंतन वयस्कों से प्रकार में भिन्न होता है न कि मात्रा में।
3. उत्तर बाल्यावस्था मैं बालक भौतिक वस्तुओं के किस आवश्यक तत्व में परिवर्तन समझने लगते हैं ।
Explain:- पियाजे के अनुसार मूर्त संक्रियात्मक अवस्था 7 से 11 बरस तक होती है यही आयु उत्तर बाल्यावस्था की होती है। इस आयु में बच्चे द्रव्यमान संख्या और क्षेत्र में परिवर्तन को समझने लगते हैं।
4. वाइगोत्सकी के अनुसार समीपस्थ विकास का क्षेत्र है
A) अध्यापिका द्वारा दिए गए सहयोग की सीमा निर्धारित करना
ANSWER= (B) बच्चे के द्वारा स्वतंत्रता से किए जा सकने वाले तथा सहायता के साथ करने वाले कार्य के बीच अंतर
Explain:- वाइगोत्सकी के अनुसार बच्चे के द्वारा स्वतंत्र रूप से किए जा सकने वाले तथा सहायता के साथ करने वाले कार्य के बीच अंतर समीपस्थ विकास का क्षेत्र है।
5. बच्चों के बौद्धिक विकास की चार विशिष्ट वस्तुओं की पहचान की गई।
A) एक्शन द्वारा
ANSWER= (C) पियाजे द्वारा
Explain:- बच्चों के बौद्धिक विकास की चार विशेषता अवस्थाओं की पहचान पियाजे के द्वारा की गई –
6. बच्चे दुनिया के बारे में अपनी समझ का सृजन करते हैं इसका श्रेय को……… जाता है
A) पैवलव
ANSWER= (C) पियाजे द्वारा
Explain:- पियाजे के अनुसार बच्चे दुनिया के बारे में अपनी समझ का सृजन करते हैं। तथा प्याजे ने यह कहा है कि, बच्चे नन्हे वैज्ञानिक हैं।
7. निम्नलिखित में से कौन सा वायगोत्स्की के सामाजिक सांस्कृतिक सिद्धांत पर आधारित है।
ANSWER= (B) पारस्परिक शिक्षण
Explain:- वाइगोत्सकी के सामाजिक सांस्कृतिक सिद्धांत पर पारस्परिक शिक्षण आधारित है।
8. कोहल वर्ग के अनुसार शिक्षक बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास कर सकता है।
ANSWER= (A)नैतिक मुद्दों पर आधारित चर्चाओं में उन्हें शामिल करके
Explain:- कोहल वर्ग के अनुसार बच्चों का नैतिक विकास के लिए उन्हें विभिन्न नैतिक मुद्दों पर परिचर्चा करने के लिए सक्रिय करना चाहिए।
9. लौरेंस कोहल वर्ग के नैतिक विकास के चरणों का लक्षण है।
ANSWER= (C)सभी संस्कृतियों से संबंध चरणों की सार्वभौमिक श्रृखंला
Explain:- कोहल वर्ग के अनुसार नैतिक विकास सार्वभौमिक गोचर है, क्योंकि सामाजिक प्राणी बनने के लिए मान्य व्यवहार संहिता का आत्मसात करना ही पड़ता है। इसलिए सभी सांस्कृतिक से संबंध चरणों की सार्वभौम श्रृखंला होती है।
10. नवीन जानकारी को शामिल करने के लिए वर्तमान स्कीमा अवधारणा में बदलाव की प्रक्रिया…… कहलाती है
ANSWER= (C)समायोजन
Explain:- नवीन जानकारी को शामिल करने के लिए वर्तमान स्कीमा में बदलाव की प्रक्रिया समायोजन कहलाती है।