विश्व खुशहाली दिवस 2023: थीम, इतिहास व महत्व
यह रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (20 मार्च) के मौके पर एनुअल हैप्पीनेस रिपोर्ट जारी की गई है। वर्ष 2023 के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (International Day of Happiness day) की थीम ‘बी माइंडफुल, बी ग्रेटफुल, बी काइंड’ है।
अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र सभा द्वारा 2011 में यह संकल्प लिया गया था कि हैप्पीनेस मानव का मूलभूत अधिकार होना चाहिए और हर देश का आर्थिक विकास मानव के प्रसन्नता और उनके लाइफस्टाइल को बेहतर बनाने पर आधारित होना चाहिए। ऐसे में साल 2012 में इसी संकल्प के साथ इंटरनेशनल डे आफ हैप्पीनेस मनाने की घोषणा की गई थी और साल 2013 में पहली बार इंटरनेशनल डे आफ हैप्पीनेस मनाया गया था।
विश्व खुशहाली रिपोर्ट 2023 में प्रथम स्थान -फिनलैंड तथा भारत का स्थान 125 वां रहा है।
विश्व खुशहाली रिपोर्ट 2023 की मुख्य बातें
- यह रिपोर्ट यूनाइटेड नेशन स्टेनेबल डेवलपमेंट साॅल्युशंस नेटवर्क ने जारी की है।
- यह डेढ़ सौ से ज्यादा देशों के लोगों पर किए गए ग्लोबल सर्वे डाटा के आधार पर बनाई जाती है। इसमें जीडीपी पर कैपिटा, सोशल सपोर्ट, जीवन प्रत्याशा, आजादी, भ्रष्टाचार और उदारता जैसे फैक्टर्स का विशेष ध्यान रखा जाता है।
- रिपोर्ट में फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देश बताया गया है उसे लगातार छठवीं बार पहला स्थान मिला है।
- इसमें सबसे अंतिम स्थान अफगानिस्तान को मिला है तथा दूसरा व तीसरा स्थान क्रमशः लेबनान व जिम्बाब्वे हैं।
- पिछले एक साल से युद्ध में फंसे रूस को 70 वें और यूक्रेन को 92 वें नंबर पर रखा गया है।
- इस सूची में कुल 137 देश शामिल थे जिसमें भारत 125 वीं पोजीशन पर है।
- भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान (108), म्यांमार (72), नेपाल (78), बांग्लादेश (102) और चीन (64) को लिस्ट में भारत से ऊपर रखा गया है।
FAQs
1. विश्व खुशहाली रिपोर्ट 2023 में भारत का स्थान कौन सा है ?
Ans- विश्व खुशहाली रिपोर्ट 2023 में भारत का स्थान 125 वा रहा ।
2. विश्व हैप्पीनेस रिपोर्ट 2023 में सबसे नाखुश देश कौन सा रहा ?
Ans- अफगानिस्तान।
3. विश्व खुशहाली रिपोर्ट 2023 किस संस्था के द्वारा जारी की जाती है ?
Ans- यह रिपोर्ट “यूनाइटेड नेशन स्टेनेबल डेवलपमेंट साॅल्युशंस नेटवर्क” के द्वारा जारी की जाती है।
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