राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 [National youth day 2023]
राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिवस स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिन को स्मारित करता है। स्वामी विवेकानंद जी ने युवा को सशक्त करने के लिए अपने समय के समय कुछ कामयाब काम किये थे। इस वर्ष 2023 में राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 की थीम “विकसित युवा विकसित भारत” रखी गई है। स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 में पश्चिम बंगाल में हुआ था इनके पिता का नाम विश्वनाथ दत्त तथा माता का नाम भुवनेश्वरी देवी था। इनके गुरु रामकृष्ण परमहंसजी थे। इन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की तथा इन्होंने राजयोग नामक पुस्तक लिखी। स्वामी विवेकानंद जी ने समाज में ध्यान को आधार से बदलने के लिए काफी काम किया था। वह संस्थागत समाज, नैतिक विचार, धार्मिक तथा आध्यात्मिक संबंधों में समझौते के लिए काम करते रहे।
राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 की थीम
इस वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 की थीम “विकसित युवा विकसित भारत” तय की गई है। किसी भी थीम का निर्धारण भारत सरकार द्वारा भारत के जागरूक नागरिकों तथा युवाओं को इसके बारे में समझ विकसित करने के उद्देश्य से थीम को तय किया जाता है इस वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से इस इस थीम को रखा गया है।
राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 का महत्व व इतिहास
राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 का महत्व व इतिहास इस आधुनिक युग में बहुत ही प्रचलित है और प्रचलित होना भी जरूरी है, इससे हमें गर्व होता था और भारत के युवा स्वामी जी को के जीवन से प्रेरित हैं तथा उनके मार्ग पर चलते हैं। इस राष्ट्रीय युवा दिवस को भारत सरकार द्वारा वर्ष 1984 में 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद को के जन्म दिवस पर यह दिवस मनाने की घोषणा की। तब से प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। इस राष्ट्रीय युवा दिवस के महत्व की बात करें तो इसका महत्व भारत के युवा पीढ़ी स्वामी विवेकानंद जी से प्रेरित होकर देश का नाम रोशन करती है। राष्ट्रीय युवा दिवस का मुख्य उद्देश्य भारत की युवा पीढ़ी स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से प्रेरणा ले तथा उनको अपने आदर्श के रूप में स्वीकार करे जिससे युवा अपने बेहतर कल के लिए अपने भविष्य को बेहतर दिशा दे सकें।
स्वामी विवेकानंद जी के बारे में 8 बातें –
- स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्र तथा तथा इनका जन्म 12 जनवरी 1963 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में हुआ।
- स्वामी विवेकानंद जी की रुचि साहित्य तथा दर्शनशास्त्र में थी इन्होंने बहुत कम उम्र में ही सारे पुराण पढ़ लिए।
- इनके गुरु का नाम रामकृष्ण परमहंस था जिससे यह अपनी समस्याओं के हल का निवारण पाते थे।
- स्वामी विवेकानंद को ब्रह्म समाज में बहुत ही जुड़ाव था तथा यह बचपन से ही परमात्मा तथा सत्य की चाह रखते थे।
- स्वामी विवेकानंद जी बहुत ही तार्किक चिंतन वाले बालक थे। ये ईश्वर में विश्वास नहीं रखते थे।
- वर्ष 1993 में अमेरिका के शिकागो शहर में विश्व धर्म सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंचे तथा वहां के नागरिकों द्वारा बहुत ही सम्मान प्राप्त हुआ तथा वहीं से यह विश्व विख्यात हुए।
- स्वामी विवेकानंद जी पर गीता तथा बुद्ध के 8 मार्गों और वेदागों का गहरा प्रभाव पड़ा।
- इन्होंने अपनी पुस्तक राजयोग में बताया है कि राजयोग ही मोक्ष का मार्ग है तथा इनका निधन 39 वर्ष की अवस्था में 4 जुलाई 19 से 2 को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में बेलूर मठ के पास हुआ।
FAQs-
1. राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 की थीम क्या है ?
राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 की थीम “विकसित युवा विकसित भारत”है।
2. 12 जनवरी को कोन सा दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय युवा दिवस।
3. स्वामी विवेकानंद जी के गुरू का नाम क्या था ?
रामकृष्ण परमहंस जी
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