UPSI Moolvedhi IPC 1860 नोट्स [अध्याय-3] | भारतीय दंड संहिता अध्याय 3 की धाराएं

जैसा आप लोगों को पता ही है, कि उत्तर प्रदेश दरोगा भर्ती परीक्षा (UPSI EXAM) या मध्य प्रदेश दरोगा भर्ती परीक्षा (MPSI EXAM) या अन्य राज्यों में पुलिस की परीक्षा में संविधान के प्रश्नों के साथ साथ मूलविधि से प्रश्न पूछे जाते हैं। इस आर्टिकल में मूलविधि से भारतीय दंड संहिता के अध्याय 3 से प्रश्न लिये गये हैं। यह प्रश्न लगभग UPSI व MPSI की विगत परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्नों की इस आर्टिकल में सम्मिलित किया गया है। इस आर्टिकल में भारतीय दंड संहिता का अध्याय 3 जिसमें दंड का प्रावधान है से बहुविकल्पीय प्रश्नों के माध्यम से सभी धारायें कराई गई हैं।


Moolvedhi IPC 1860 नोट्स [अध्याय-3]  | भारतीय दंड संहिता अध्याय 3, (धारा 53 से 75)


भारतीय दंड संहिता Indian Penal Code नोट्स- (धारा 53-75)


भारतीय दंड संहिता मे अध्याय 23 तथा धाराएं 511 हैं । इन धाराओं कों बहुविक्लपीय प्रश्नों के माध्यम से इस आर्टिकल में लिखा गया है। ताकि  आसानी से कम समय में समझ सकें। इनमें IPC 1860 के अध्याय 3 जिसमें दंड का उल्लेख है, को शामिल किया गया है। अधिकतर प्रश्न विगत परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्न साम्मिलित किये गयें हैं। जो कि कोई परीक्षा के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसकी PDF भी उपल्बध है जो हमारे टेलीग्राम चैनल पर उपलब्ध है।


1. भारतीय दंड संहिता (IPC-1860) अध्याय 3 के विषय में क्या सत्य है?
A. यह अध्याय भारतीय दंड संहिता में वर्णित दंडों के विषय में है।
B. इसमें  53 से 75 धाराएं हैं।
C. केवल पहला सही है।
D. A और B दोंनों सही हैं।
Ans- D

2. दंड के प्रयोजन को सुस्पष्ट करने के लिए निम्न में से एक सिद्धांत उचित नहीं है?

A. प्रतिशोधकारी 
B. निरोधक 
C. आयाशित
D. प्रायश्चित
E. सुधारात्मक
Ans- C

3. IPC 1860 की धारा 53 में कितने प्रकार के दंड निर्धारित किये गये हैं ?

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A. 2
B. 5
C. 6
D. 4
Ans- B
पांच प्रकार के दंड-
1. मृत्यु, 2. आजीवन कारावास, 3. कारावास कठोर/सादा, 4. सम्पति का समपहरण, 5. जुर्माना।
4. निम्नलिखित में से कौन सी एक  IPC 1860 में निर्धारित दंड का प्रकार नहीं है ?
A. आजीवन कारावास
B. जुर्माना
C. सम्पति का समपहरण,
D. मृत्यु और कारावास कठोर/सादा
E. आजीवन निर्कासन
Ans- E

5. निम्नलिखित में से कौन सा न्यायालय मृत्यु दंड दे सकता है ?
A. प्रथम वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रैट – 3 वर्ष तक का
B. द्वितीय वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रैट – 1 वर्ष तक का
C. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट – 7 वर्ष तक का
D. सेशन जज
Ans- D
6. निम्न पर विचार करो ?
A. संविधान अनुच्छेद 72: राष्ट्रपति को दया याचिका 
B. संविधान अनुच्छेद 161: राज्यपाल को दया याचिका
C. संविधान अनुच्छेद 134: मृत्युदंड के मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील
D. CrPC 1973 की धारा 354(5): मृत्युदंड फांसी लगाकर
E. उपरोक्त सभी सही हैं।
Ans- E

7. एक सुमेलित नही है ?

A. दीना बनाम भारत संघ : फांसी असंवैधानिक 
B. लक्ष्मी बनाम अटार्नी जनरल: जनता के समक्ष फांसी असंवैधानिक
C. जगमोहन सिंह बनाम यूपी राज्य: मृत्युदंड असंवैधानिक
D. राजेंद्र बनाम यूपी राज्य: जीवन के अधिकार को जनहित में समाप्त किया जा सकता है
Ans- C

8. निम्न में से किस मामले में जज कृष्णा अय्यर ने मृत्यु को समाप्त करने का समर्थन किया है ?
A. किशोरी बनाम दिल्ली राज्य
B. रामेश्वर बनाम उत्तर प्रदेश 
C. बेचन सिंह बनाम पंजाब राज्य
D. मांझी सिंह बनाम पंजाब राज्य
Ans- B

9. आईपीसी 1860 की किस धारा में मृत्यु दंड का प्रावधान नहीं है ?

A. धारा 121 (भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध)
B. धारा 132 (किसी फौजी को विद्रोह के लिए उकसाना)
C. धारा 194
D. धारा 364
E. धारा 304
Ans- E

10. निम्न में से किस बाद में सुप्रीम कोर्ट में आजीवन कारावास को आजीवन कठोर कारावास के समतुल्य माना है ?

A. शत्रुघन चौहान बनाम भारत संघ
B. टीवी विशेश्वर बनाम तमिलनाडु राज्य
C. लक्ष्मण बनाम भारत संघ
D. बिशन सिंह बनाम पंजाब राज्य
E. मोहम्मद मुन्ना बनाम भारत संघ 2005
Ans- E

11. आईपीसी की किस धारा के अंतर्गत अपराधिक की सहमति के बिना ही मृत्यु दंड का लघुकरण किया जा सकता है ?

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A. धारा 54, मृत्युदंड का लघु करण
B. धारा 53, दंड के प्रकार
C. धारा 55, आजीवन कारावास का लघु करण
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans- A

12. आजीवन कारावास की सजा को आईपीसी की किस धारा के अंतर्गत लघुकरण  किया जा सकता है ?
A. धारा 52
B. धारा 55 ( समुचित सरकार की परिभाषा)
C. धारा 54
D. धारा 53
E. सुधारात्मक
Ans- B

13. सजा में लघु करण कौन कर सकता है?

A. सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश
B. हाई कोर्ट का न्यायाधीश
C. समुचित सरकार
D. कोई अपीलीय न्यायालय
Ans- C


14. सरकार द्वारा आजीवन कारावास की सजा का कितने वर्षों में लघु करण किया जा सकता है ?

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A. 14 वर्षों में
B. 10 वर्षों में 
C. 12 वर्षों में
D. 15 वर्षों मे
Ans- A

15. जहां जुर्माने की किसी राज्य को स्पष्ट ना किया गया वहां जुर्माने की राशि जिसके लिए अपराधी उत्तरदाई होगा कितनी होगी ?
उत्तर- असीमित है लेकिन तो बहुत अधिक नहीं

16. कारावास और जुर्माना दोनों से दंडनीय अपराध के हर मामले में जुर्माना देने में व्यतिक्रम (विफल) की दशा में ऐसे कारावास का दंड दिया जा सकेगा ?

A. जो उस अपराध हेतु निर्धारित अधिकतम कारावास से अधिक ना होगा
B. वाह अपराध किसी भांति का हो सकता है
C. वह कारावास उसी भांति का होगा जिससे अपराधी को उस अपराध के लिए दंडित किया जा सकता है
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans- C

17. यदि एक अपराधी को केवल जुर्माने से दंडित अपराध के लिए ₹1000 के जुर्माने से दंडित किया गया है, तब जुर्माना न देने की दशा में उसे दिया जाने वाला कारावास की अवधि अधिक से अधिक हो सकेगी ?

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A. 6 माह
B. 1 माह
C. 3 माह
D. 4 माह
Ans- A

धारा 67 केवल जुर्माने से दंडनीय  अपराध :
#जुर्माना ₹50 न देने पर : 2 माह का कारावास
#जुर्माना 50 से 100 के मध्य : 4 माह का कारावास
#जुर्माना 100 से अधिकतम तो : 6 माह का कारावास
18. यदि कोई अपराध मात्र अर्थदंड से दंडनीय नहीं है और अभियुक्त को ₹50 के अर्थदंड से दंडित किया गया है तो अर्थदंड की अदायगो के व्यतिक्रम (जुर्मानान देना) की दशा में सजा की अवधि होगी?
A. 2 माह
B. 1 माह
C. 3 माह
D. 4 माह
Ans- A

भारतीय दंड संहिता (IPC 1860) का कौन सा अध्याय दंड से संबंधित है


19. भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत निम्न में से कौन सी धारा एकांत परिरोध  का प्रावधान (तनहाई) करती है ?

A. धारा 73
B.  धारा 75
C. धारा 76
D. धारा 77
Ans- A 

20. आईपीसी 1860 के किन प्रावधानों में एकांत परिरोध एवं एकांत परिरोध की परिभाषा को समझाया गया है ?
A. धारा 68 एवं 69
B. धारा 59 तथा 60
C. धारा 73 तथा 74
D. धारा 71 तथा 72
Ans- C

21. दंड परियों की बहनों की गणना करने में आजीवन कारावास को कितने वर्ष के कारावास के तुल्य माना जाता है ?

A. 20 वर्ष के कारावास
B. 10 वर्ष के कारावास
C. 5 वर्ष के कारावास
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans-A

22. निम्नलिखित में से सत्य कथन है –
A. भारतीय दंड संहिता की धारा 73 के अंतर्गत एकांत परिरोध की कुल अवधि       3 माह की होगी।

B.  एकांत कारावास की अवधि एक बार में 14 दिन और कारावास की अवधि         14 दिन से कम नहीं होगी।
C. संहिता की धारा 74 के अंतर्गत यदि कारावास 3 माह से अधिक के लिए           दिया जाता है तो एकांत कारावास एक माह में 7 दिन और कारावास की           अवधि 7 दिन से कम नहीं होगी।
D.  उपरोक्त सभी
Ans-D

23. पाश्चात्वर्ती अपराधों के लिए वृद्धित दंड का प्रावधान किस धारा में किया गया है ?

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A. धारा 73
B.  धारा 75
C. धारा 76
D. धारा 77
Ans-B

24. धारा 75 (वृद्धित दंड) की प्रयोज्यता के लिए आवश्यक है ?

A. अपराध सिक्कों एवं सरकारी स्टांप के संबंध में हो
B.  अपराध संपत्ति संबंधी अपराधों के संबंध में हो
C. इस अपराध के लिए इस प्रकार का आदतन अपराधी इसके पूर्व दोष सिद्ध किया जा चुका हो उसके लिए कम से कम 3 वर्ष के कारावास का प्रावधान हो
D. उपयुक्त सभी
Ans- D

25. धारा 75 के अंतर्गत पश्चातवर्ती अपराध के लिए आदतन (जो बार बार अपराध करता है)अपराधी दंडित किया जा सकेगा?

A. आजीवन कारावास या 10 वर्ष तक के कारावास
B. आजीवन कारावास या 20 वर्ष तक के कारावास
C. 10 वर्ष तक के कारावास और जुर्माना
D. 20 वर्ष तक के कारावास और जुर्माना
Ans- A

#IPC में कितने प्रकार के दंडों का उल्लेख है

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