एक जिला एक उत्पाद योजना
यह उत्तर प्रदेश राज्य की एक बहुत ही महत्त्वकांक्षी योजना है। एक जनपद एक उत्पाद योजना का मुख्य उद्देश्य उद्देश्य यह है कि उत्तर प्रदेश की विशिष्ट शिल्प कलाओं और उत्पादों को प्रोत्साहित किया जाए जो देश में कहीं और उपलब्ध नहीं हैं। 23 जनवरी 2018 को उत्तर प्रदेश के मंत्रीमंडल की बैठक में एक जनपद एक उत्पाद के योजना का क्रियान्वयन करने का निर्णय लिया गया। 24 जनवरी 2018 को भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू तथा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने दीप प्रज्वलित कर 24 जनवरी को प्रथम उत्तर प्रदेश दिवस का उद्घाटन किया। तथा इस समारोह के दौरान एक जनपद एक उत्पाद (One District One Product) योजना को लागू किया गया।
एक जनपद एक उत्पाद को ब्रांड के रूप में स्थापित किए जाने हेतु उत्तर प्रदेश निर्यात प्रोत्साहन ब्यूरो, उत्तर प्रदेश व्यापार प्रोत्साहन प्राधिकरण, इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन एवं उत्तर प्रदेश निर्यात संवर्धन परिषद के माध्यम से राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी एवं मेलों में प्रतिभाग सुनिश्चित किया जा रहा है। 10 अगस्त 2018 को इंदिरा गांधी लखनऊ में एक जिला-एक उत्पाद समिट का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा किया गया। इस समिति में एक जनपद-एक उत्पाद योजना के लाभार्थियों को 500 करोड़ का ऋण वितरित किया गया। इस योजना केे अंतर्ग उत्तर प्रदेश के जिले के प्रसिद्ध उत्पादों को शामिल किया गया है।
उत्तर प्रदेश के एक जिला-एक उत्पाद योजना की सूची
जिला | उत्पाद | जिला | उत्पाद |
---|---|---|---|
लखीमपुर खीरी | ज़री-जरदोजी, गुड़ | सीतापुर | दरी |
सिद्धार्थनगर | काला नमक चावल | उन्नाव | ज़री-जरदोजी |
संभल | हस्त शिल्प (हार्मबोन) | सुल्तानपुर | मूंज उत्पाद |
वाराणसी | बनारसी रेशम साड़ी | गोरखपुर | टेराक़टा |
श्रावस्ती | जनजातीय शिल्प | मेरठ | फर्नीचर |
सहारनपुर | लकड़ी पर नक्काशी | इटावा | वस्त्र उद्योग |
देवरिया | सजावट के सामान | एटा | घुंघरू घंटी |
फर्रूखाबाद | वस्त्र छपाई | फतेहपुर | बेटशीट एवं आयरन फैब्ररीकेेेशन वरक |
फिरोजाबाद | कांच के उत्पाद | गौतम बुद्ध नगर | रेडीमेड गारमेंट्स |
गाजीपुर | जूट वाल हैंगिंग | गाजियाबाद | अभियांत्रिकी समाग्री |
मथुरा | धातु शिल्प | चित्रकूट | लकड़ी के खिलौने |
मुजफ्फरनगर | सेनेटरी फिटिंग | मऊ | गुड़ |
पीलीभीत | वस्त्र उत्पाद | प्रतापगढ़ | बांसुरी |
प्रयागराज | खाद्य प्रसंस्करण | रायबरेली | काष्ठकला |
रामपुर | पैचवर्क, एप्लिक वर्क, जरी पेंच वर्क | संत कबीर नगर | ब्रास वेयर |
शाहजहांपुर | ज़री-जरदोजी | बहराइच | गेंहू डंठल हस्तकला |
बरेली | ज़री-जरदोजी | बलिया | बिंदी उत्पाद |
बस्ती | काष्ठकला | भदोही | कालीन (दरी) |
बलरामपुर | खाद्य प्रसंस्करण | बांदा | श़जर पत्थर शिल्प |
बिजनौर | कांसर्ट कला | महोबा | खेल की समाग्री |
बाराबंकी | वस्त्र उत्पाद | बुलंदशहर | सिरेमिक उत्पाद |
चंदौली | ज़री-जरदोजी | मुरादाबाद | तारकशी कला |
मैनपुरी | कालीन | मिर्जापुर | गौरा पत्थर |
महोबा | खेल समाग्री | महराजगंज | चिकनकारी,ज़री-जरदोजी |
लखनऊ | जरी शिल्क साड़ी | ललितपुर | जनजातीय शिल्प |
कासगंज | चमड़ा उत्पाद | कानपुर | एल्युमिनियम वर्तन |
आगरा | चमड़ा उत्पाद | अमरोहा | वाद्ययंत्र, ढ़ोलक |
अलीगढ़ | ताले, हार्डवेयर | औरैया | दूध प्रसंस्करण |
आजमगढ़ | काली मिट्टी की कलाकृतियां | अम्बेडकर नगर | वस्त्र उत्पाद |
अयोध्या | गुड़ | अमेठी | मूंज उत्पाद |
बदायूं | ज़री-जरदोजी | कानपुर देहात | केला फाइवर |
बागपत | होम फर्नीसिंग | कुशीनगर | इत्र |
कन्नौज | इत्र | कौशांबी | साफ्ट ट्वायज |
झांसी | ऊनी कालीन | जौनपुर | हस्तनिर्मित कागज कला |
जालौन | जूते | हमीरपुर | हींग |
हाथरस | हैंडलूम | हापुड़ | होम फर्नीसिंग |
एक जनपद-एक उत्पाद के मुख्य उद्देश्य
- स्थानीय शिल्पा संरक्षण एवं उसके विकास/कला और क्षमता का विकास।
- आय में वृद्धि एवं स्थानीय रोजगार का सृजन।
- उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार एवं दक्षता का विकास।
- उत्पादों की गुणवत्ता में बदलाव (पेकिंग एवं ब्रांडिंग द्वारा)
- उत्पादों को पर्यटन से जोड़ा जाना।
- क्षेत्रिय असंतुलन द्वारा उत्पन्न होने वाली आर्थिक विसंगतियों को दूर करना।
- राज्य स्तर पर ओ.डी.ओ.पी. के सफल संचालनोंपरांत इसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाना।
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