पश्चिम बंगाल का दुर्गा पूजा यूनेस्को के अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में में शामिल

दुर्गापूजा उत्सव यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत में शामिल

दुर्गा पूजा उत्सव जो कि भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाने वाला उत्सव है। यह उत्सव बिहार, झारखंड राज्य में भी देखने को मिलता है। अब यह यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची (UNESCO Intangible World Cultural Heritage List) में शामिल किया गया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले कुंभ मेले को इस सूची में शामिल किया जा चुका है।

पश्चिम बंगाल का दुर्गा पूजा यूनेस्को के अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में में शामिल

दुर्गापूजा के बारे में (About Durga Pooja)

यह उत्सव पश्चिम बंगाल राज्य में सितंबर अक्टूबर महीने में मनाया जाने वाला बहुत ही प्रसिद्ध उत्सव है जो कि पश्चिम बंगाल के साथ बिहार झारखंड में भी इसकी झलक देखने को मिलती है। इस उत्सव में लोगों के द्वारा नदी से खींची गई मिट्टी से दुर्गा मां की मूर्ति बनाते हैं तथा मूर्तियां विभिन्न कार्यशाला में भिन्न-भिन्न रंगों द्वारा सजाई जाती हैं। इन मूर्तियों को पूजा स्थल पर रखा जाता है तथा बड़े-बड़े पंडाल लगाए जाते हैं और उनके अंदर इन मूर्तियों की स्थापना करके उनकी पूजा की जाती है। यह कार्यक्रम लगभग 10 तक होता है। बाद में इन मूर्तियों को नदियों में विसर्जन कर दिया जाता है।

यूनेस्को में शामिल भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची (Intangible cultural heritage list of India included in UNESCO)

यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत में भारत की 14 अमूर्त सांस्कृतिक शामिल की जा चुकी हैं तथा  पश्चिम बंगाल का दुर्गा पूजा उत्सव हाल ही में शामिल किया गया। इससे पहले भारत के प्रयागराज राज्य में होने वाला कुंभ मेला शामिल किया जा चुका है।
क्र.म. भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत टिप्पणी
1.  वैदिक जप की परम्परा
2.  रामलील रामायण का पारम्परिक प्रदर्शन
3.  कुटियाट्टम संस्कृति थिथिएटर
4.  राममन गढ़वाल हिमालय के धार्मिक त्यौहार और धार्मिक अनुष्ठान
5.  मुमुदियेट्टू अनुष्ठान थिएटर और केरल का नृत्य, नाटक
6.  कालबेलिया राजस्थान का नृत्य और लोकगीत
7.  छऊ नृत्य पश्चिम बंगाल, बिहार और उड़ीसा में
8.  लद्दाख का बौद्ध जप हिमालय के लद्दाख क्षेत्र
9.  मणिपुर का संकीर्तन  पारम्परिक गायन, नगाड़े और नृत्य
10.  पंजाब के ठठेरों द्वारा बनाए जाने वाले पीतल और तांबे के बर्तन पंजाब के ठठेरे
11.  योग
12.   नवरोज पारसी समुदाय के द्वारा मनाया जाने वाला त्यौहार
13.  कुम्भ मेला प्रयागराज के संगम स्थल लगने वाला भव्य मेला
14.  दुर्गा पूजा पश्चिम बंगाल में मनाया होता है।

FAQ

1. भारत की कितनी अमूर्त सांस्कृतिक विरासत यूनेस्को में शामिल की जा चुकी हैं?
अब तक कुल 14 अमूर्त संस्कृतियों यूनेस्को के विश्व विरासत में शामिल की जा चुकी हैं।
2. पश्चिम बंगाल के दुर्गा पूजा को किस वर्ष यूनेस्को के अमूर्त सांस्कृतिक विरासत में शामिल किया गया ?
वर्ष दिसम्बर 2021 में।
यह भी पढ़ें –

See also  2022 के सभी प्रमुख सूचकांक | India's rank in various index 2022 list

Leave a Comment