विश्व टीवी दिवस 2023
विश्व तपेदिक (छय/टीवी) महामारी को समाप्त करने के प्रयासों को पढ़ाने और इसके स्वास्थ्य समाज और वित्त पर पड़ने वाले परिणामों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को विश्व तपेदिक दिवस (world tuberculosis day) मनाया जाता है। विश्व तपेदिक दिवस 2023 की थीम: “हां हम टीवी को खत्म कर सकते हैं” रखी गई है।
विश्व तपेदिक दिवस 2023 की थीम : हां हम टीबी को खत्म कर सकते हैं।
- वर्ष 1882 में डॉ रॉबर्ट कोच ने टीवी के वाहक जनक जीवाणु की खोज की थी।
- भारत ने टीवी को अपनी प्राथमिकताओं में रखा है।
- वर्ष 2000 से अब तक टीवी से निपटने के वैश्विक प्रयासों ने अनुमानित 60 मिलियन लोगों की जान बचाई है।
- भारत में टीवी से हर वर्ष 450000 लोगों की मृत्यु होती है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक रोकथाम और उपचार योग्य बीमारी होने के बावजूद वर्ष 2020 में वैश्विक स्तर पर अनुमानित 9.9 मिलियन लोग टीवी से बीमार हुए और 1.5 मिलियन लोगों की इससे मृत्यु भी हुई है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन इसे वैश्विक रूप से खत्म करने के लिए प्रयासरत है तथा यह पिछड़े देशों को इस महामारी से निपटने के लिए मदद कर रहा है।
क्या है तपेदिक/टीबी (Tuberculosis)
यह एक इलाज योग्य बीमारी है। इसका इलाज रोगी को सूचना पर्यवेक्षण और सहायता देने के साथ ही चार रोगाणुरोधी दवाओं को मानक 6 महीने की समय अवधि तक सेवन कराकर किया जा सकता है। इसका संक्रमण बायो के माध्यम से होता है। यह बीमारी कुपोषण, एड्स, मधुमेह, शराब और धूम्रपान से ग्रसित लोगों को बहुत ही प्रभावित करती है। या बीमारी मनुष्य में सर्वाधिक फेफड़ों को प्रभावित करता है लेकिन अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकता है।
तपेदिक बीमारी के लक्षण व उपचार-
टीवी माइक्रो बैक्टीरिया ट्यूबरकुलोसिस नामक जीवाणु के कारण होता है। इसका संक्रमण बायो के माध्यम से सर्वाधिक होता है। टीवी के सामान्य लक्षण बलगम और खून के साथ खांसी, सीने में दर्द, कमजोरी, वजन कम होना, बुखार और रात को पसीना आना है। इस बीमारी के उपचार की बात करें तो रोगी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें तथा टीवी का टीका लगवाएं।
टीबी उन्मूलन के लिए भारत की कुछ पहलें-
भारत सरकार के द्वारा टीवी के उन्मूलन के लिए बहुत सारे कार्यक्रम चलाए गए थे तथा चलाए जा रहे हैं टीवी उन्मूलन के कुछ प्रमुख कार्यक्रम इस प्रकार से हैं-
राष्ट्रीय रणनीति योजना-
इस योजना की शुरुआत वर्ष 2017 में हुई। यह योजना वर्ष 2025 तक भारत में टीवी के नियंत्रण और उन्मूलन के उद्देश्य से शुरू की गई थी। जो निम्न चार रणनीतिक स्तंभों (DTPB) पर आधारित है।
- पता लगाना (Detect)
- उपचार करना (Treat)
- रोकथाम (Prevent)
- निर्माण (Build)
निक्षय पोषण योजना-
टीवी रोगियों को पोषण संबंधी सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से वर्ष 2018 में प्रत्यक्ष लाभ का हस्तांतरण के रूप में निक्षय पोषण योजना की शुरुआत हुई थी। इस योजना के तहत टीवी रोगियों को उपचार की पूरी अवधि के लिए प्रतिमाह ₹500 दिए जाते हैं।
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP)
इस कार्यक्रम का लक्ष्य SDGs के लक्ष्य को 5 वर्ष पहले ही वर्ष 2025 तक देश से टीवी महामारी का उन्मूलन करना है। यह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक केंद्र पर आयोजित भारत सरकार की योजना है।
इसका कार्यान्वयन राज्य सरकारों और केंद्र सरकारों के बीच संसाधनों की साझेदारी से हो रहा है।
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विश्व तपेदिक दिवस का इतिहास
आपको बता दें कि 24 मार्च 1852 को विश्व तपेदिक महामारी के बैक्टीरिया की पहचान हुई थी। इस बैक्टीरिया की खोज रॉबर्ट कोच ने की और ऐलान किया कि उन्होंने माइक्रोबैक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस का पता लगा लिया है जिसकी वजह से इंसानों में तपेदिक महामारी के लिए यह बिटेरिया ही जिम्मेदार है। रॉबर्ट कोच के द्वारा यह खोज 24 मार्च 1882 में की गई। इसीलिए 24 मार्च को विश्व तपेदिक दिवस या विश्व टीवी दिवस मनाते हैं।