थार्नडाइक ने सन 1913 में सीखने के सिद्धांतों का प्रतिपादन किया। थार्नडाइक अमेरिका के रहने वाले थे। तथा इन्होंने अपना प्रयोग एक भूखी बिल्ली पर अपना प्रयोग किया तथा उद्दीपक एक मछली के टुकड़ा को रखा। इनकी प्रसिद्ध पुस्तक ‘शिक्षा मनोविज्ञान’ (Education Psychology) है।
थार्नडाइक के सीखने के सिद्धांत
सन – 1913 में
स्थान – अमेरिका
पुस्तक – शिक्षा मनोविज्ञान
प्रयोग – बिल्ली पर
उद्दीपक – मछली का टुकडा
थार्नडाइक के सिद्धांत के उपनाम
एक विशेष स्थिति उद्दीपक (Stimulus) होता है। जो उसे एक विशेष प्रकार की प्रतिक्रिया (Response) करने के लिए प्रेरित करती है
इस प्रकार एक विशिष्ट उद्दीपक का एक विशिष्ट प्रतिक्रिया से संबंध स्थापित हो जाता है। जिसे उद्दीपक प्रक्रिया (S-R Bond) द्वारा व्यक्त किया जाता है। बिल्ली के समान ही बालक का चलना चम्मच से खाना खाना जूते पहनना बस लोगों से भी ड्राइविंग टाई की गांठ कोई खेल इसी सिद्धांत के अनुसार सीखते हैं। उद्दीपन के अनुसार किया जाने वाला कार्य अनुक्रिया है। जैसे भोजन को खाना पानी पीना आदि। वह वस्तु या स्थिति जो किसी भी व्यक्ति को कार्य करने के लिए प्रेरित करती है उसे उद्दीपन कहते हैं।